चंद कठिन आसनों में से एक है चक्रासन, अंग्रेज लोग इसे व्हील पोज (wheel pose) के नाम से पुकारते हैं। इसमें आपका शरीर एक चक्र (गोले) की शक्ल ले लेता है इसलिए इसे चक्रासन कहते हैं। डांस करने वाले और सर्कस में काम करने वाले लोग इसे जरूर करते हैं। इस आसन के जरिए आप 72,000 नाड़ियों के केंद्र, नाभि मंडल को अपनी ठीक जगह पर पहुंचा सकते हैं, अगर वो टला हुआ है तो। टला हुआ नहीं है तो भी इसे करने के बाद आप वाकई बहुत अच्छा महसूस करने वाले हैं। ये आसन दिमाग की बत्ती जला देता है।
कैसे करें चक्रासन
इसे करने के दो तरीके हैं। पहला आप जमीन पर खड़े हो जाएं और फिर हाथ पीछे की ओर करते हुए नीचे जमीन पर हथेलियां टिका लें। शुरू में ऐसा करने के लिए आप किसी की मदद ले सकते हैं। थोड़े अभ्यास के बाद आप खुद कर लेंगे। अब अपनी हाथ को एड़ियों के जितना हो सके, नजदीक ले जाने की कोशिश करें। कई लोग अपनी एड़ियां छू लेते हैं। खैर आप जहां तक जा सकते हैं जाऐं। जैसे शरीर जा रहा है वैसे ही गर्दन भी जाएगी उसे उठाकर रखने की कोशिश न करें। आपकी हथेलियां जमीन पर रहेंगी और पंजे, पूरा पैर नहीं। अासन में आने के बाद अपनी सांसों को सामान्य बनाये रखें। ध्यान रखें यह बहुत जरूरी है। सांस डगमगाएगी तो आपकी बॉडी भी डगमगाएगी।
दूसरा तरीका : अगर आप खड़े होकर इस पोजीशन में नहीं आ पा रहे तो लेट जाएं और फिर हथेलियां पीछे रखकर उठ जाएं। बाकी का आसन तो वैसा ही है। पोजीशन में आने के बाद इसी तरह कुछ देर टिके रहें, फिर धीरे-धीरे लेट जाएं। शुरू में किसी की मदद लेकर भी यह आसन कर सकते हैं।
चक्रासन करने के लाभ
1 इसके सबसे बड़े फायदे की बात तो हमने ऊपर कर ही ली है।
2 ये कमर को लचीला बनाता है, लंबाई बढ़ाने में मदद करता है, पेट की चर्बी कम करने में भी कारगर है।
3 यह पूरे शरीर को मजबूत बनता है। बाजुओं की ताकत खासतौर पर बढ़ती है।
4 बॉडी में फुर्ति आती है। ताकत और तेज में बढ़ोतरी होती है।
5 महिलाओं के गर्भ से जुड़़ी खामियों को दूर करता है।
6 कमर का दर्द, सांस के रोग, सिर दर्द, आंखों के रोग, सर्वाइकल और स्पोंडोलाइटिस को ठीक करने में काफी मदद करता है।
ध्यान रखें – चक्रासन को करने के बाद शवासन जरूर करना चाहिए।