कुछ लोगों का मन बहुत इधर उधर भागता है। वो कॉन्सनट्रेट नहीं कर पाते और इसकी वजह से कई बार काबिल होते हुए भी काम को सही ढंग से अंजाम नहीं दे पाते। जब बच्चों के एग्जाम के दिन होते हैं तो एक नामी हेल्थ ड्रिंक का प्रचार इसी टैग लाइन पर होता है कि वो बच्चों को कॉन्सनट्रेट करने में मदद करता है।
बच्चा हो या जवान, हमें हर दिन तमाम तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ता है। अगर चीजों को एक दूसरे में मिक्स करते रहेंगे तो कोई काम ठीक ढंग से नहीं हो पाएगा। इसीलिए कहा जाता है कि किसी भी काम को सही से अंजाम देने के लिए एकाग्रता बहुत जरूरी है। हेल्थ ड्रिंक से एकाग्रता आती है या नहीं, ये तो हम नहीं कह सकते मगर बड़े बड़े योगी कहते हैं कि बकासन से एकाग्रता बढ़ती है।
कैसे करें बकासन
बकासन देखने में आसान और करने में कठिन है। यह एडवांस लेवल के आसनों में गिना जाता है। ज्यादा वजनी लोगों को इसे करने में दिक्कत होती, मगर लोग अभ्यास करते करते इसे साध लेते हैं। अपनी दोनों हथेलियों को जमीन पर टिका लें और अपने घुटनों को कोहनी से ऊपर वाले हिस्से पर टिकाते हुए या यूं कहें कि सहारा लेते हुए पूरे शरीर को इसी तरह उठा लें। सांस रोकने की जरूरत कतई नहीं है, सामान्य रूप से सांस लेते रहें। जितनी देर तक हो सके इसी तरह रहें और फिर आराम से नीचे आ जाएं।
शुरू में आप ऐसा भी कर सकते हैं। घुटनों के बल जमीन पर बैठें, हाथों करीब एक फुट का गैप रखें। अब माथा भी जमीन पर टका दें। माथा जमीन पर टिके रहने दें और घुटने बगलों के ऊपर टिका कर पंजे जमीन से उठा दें। अब वजन आपके हाथों और माथे पर आ जाएगा जो अभी भी जमीन पर टिका है। इसके बाद धीरे धीरे सिर ऊपर उठा लें।
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बकासन के लाभ
इस आसन से बाजू और दिल बलवान बनता है। मन एकाग्र हो जाता है और विल पावर बढ़ जाती है। आदमी में अपना भार सहने की ताकत आ जाती है।
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ध्यान रखें : हाई बीपी की शिकायत और दिल के रोगियों को यह आसन नहीं करना चाहिए। जिनकी आंखों की रोशनी कम हो उन्हें भी इसे एवॉइड करना चाहिए और कलाइयों व कोहनियों में चोट हो तो भी इसके अभ्यास से परहेज करें।