Boldenone Undecylenate (बोल्डीनन) एक एनाबॉलिक स्टेरॉइड है और ये testosterone के जैसा ही है। इसे आम भाषा में हम बोल्डा भी कहते हैं। यूं समझ लीजिए की बोल्डा testosterone उर्फ टेस्टा का बड़ा भाई है। सबसे पहले तो बिना ज्यादा विज्ञान में गए आप इतना समझ लें कि Boldenone गेनिंग और कटिंग दोनों में काम आता है क्योंकि ये लीन गेनिंग करता है। ये बॉडी में पानी होल्ड नहीं करता। ये काफी टाइम तक बॉडी में रहता है और धीरे-धीरे काम करना शुरू करता है। इसलिए आमतौर पर इसका साइकिल लंबा चलता है। वैसे कभी कभी कम पीरियड के लिए भी लोग इसे इस्तेमाल करते हैं, लेकिन तब जब वो कटिंग कर रहे होते हैं। ये साइज गिरने से बचाता है। गेनिंग में इसका साइकिल 10 से 12 सप्ताह चलता है और आमतौर पर सप्ताह में 500 एमजी की डोज चलाई जाती है। स्टैक करते हैं तो इसके साथ testosterone और डेनाबोल भी लोग चलाते हैं। अब हम Boldenone (बोल्डीनन) के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
Boldenone और Testosterone में अंतर
अगर बोल्डा और टेस्टा की कैमिकल चेन देखेंगे तो केवल एक अंतर पाएंगे वो है सिंगल और डबल बॉन्ड का। बोल्डा में डबल बॉन्ड होता है और टेस्टा में सिंगल। इस तस्वीर से आप क्लियर हो जाएंगे। कहने को तो ये जो दोनों के बस एक छोटी सी लाइन का अंतर है मगर मेडिकल की दुनिया में एक छोटी सी लाइन बहुत मायने रखती है। इस लाइन की वजह से यह टेस्टा के मुकाबले ज्यादा सेफ हो जाता है, क्योंकि बोल्ड estrogen (एस्ट्रोजन) से उतनी आसानी से नहीं जुड़ता, जितनी आसानी से दूसरे स्टेरॉइड। Estrogen मर्दों के लिए अच्छी चीज नहीं होती। इसकी वजह से उनमें औरतों जैसे लक्षण पैदा हो जाते हैं, खासतौर पर उनकी छाती औरतों जैसी हो जाती है जिसे Gynecomastia कहते हैं। एक बार ये हो गई तो केवल सर्जरी ही इसका इलाज है। आप कितने ही पुशअप्स या बेंच प्रेस लगा लें, इससे पूरी तरह से निजात केवल सर्जरी ही दिला सकती है।
ये कैसे काम करता है – How boldenone works
Boldenone बनाने के पीछे मकसद था डेनाबोल का ऐसा अवतार बनना जो लंबे समय तक काम करे। डेनाबोल का हाफ साइकिल केवल 8 घंटे होता है। यानी 16 घंटे बाद यह बॉडी से साफ हो जाती है। वहीं बोल्डा का हाफ साइकिल 14 दिन तक होता है। बोल्डा इंसानों के लिए नहीं बनाया गया। ये जानवरों की दवा है और मेरी जानकारी में किसी देश में इसे इंसानी दवा के तौर पर मान्यता नहीं दी गई है। ये खासतौर पर घोड़ों के लिए बनाई गई थी। वैसे तो बल्किंग के लिए हमारे पास आज भी कई स्टेरॉइड हैं मगर बोल्डा लीन मास बिल्ड करने में मदद करता है इसलिए औरों के मुकाबले ज्यादा पॉपुलर है। अब इसे इसकी खासियत समझ लें या कमी कि इसे यूज करने के बाद अचानक रिजल्ट नजर नहीं आता। ये धीरे काम शुरू करता है मगर लंबा चलता है।
साइकिल और डोज – Cycle and dose of Boldenone
जैसा कि मैं पहले ही बता चुका हूं आमतौर पर Boldenone Undecylenate का साइकिल 10 से 12 सप्ताह चलाया जाता है। यह Dianabol, Anadrol अथवा Sustanon या testosterone cypionate / testosterone enathate के साथ गेनिंग के लिए चलाया जाता है। इसकी डोज सप्ताह में 400 से 500 एमजी रखी जाती है। बोल्डा अक्सर शीशी में आता है। शीशी पर यह पहले से लिखा होता है कि वह कितने एमजी की है। मान लें किसी शीशी पर लिखा है 250 एमजी तो इसका मतलब ये नहीं है कि पूरी शीशी में 250 एमजी सॉल्ट है। इसका मतलब ये हुआ कि एक एमएल में 250 एमजी दवा है।
साइड इफेक्ट – Side effects
बोल्डा भी एक एनाबोलिक स्टेरॉइड है और इसके भी वही साइड इफेक्ट होते हैं जो अन्य स्टेरॉइड के होते हैं। Boldenone के इस्तेमाल से बहुत तेज भूख लग सकती है। गंजापन, हार्मोन इंबैलेंस, चेहरे पर मुंहासे निकलना, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, बेचैनी, नींद न आना जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। इसके अलावा एक साइड इफेक्ट औरों के मुकाबले बोल्डा में ज्यादा है। इसकी वजह से बॉडी में रेड ब्लड सेल्स यानी लाल रक्त कोशिकाएं बढ़ जाती हैं। अगर कोई कमजोर या आयरन की कमी वाला शख्स इसे लेता है तब तो इससे दिक्कत नहीं होती, लेकिन जब कोई स्वस्थ शख्स इसे लेता है तो उसकी बॉडी में जरूरत से ज्यादा रेड ब्लड सेल्स बन जाने के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इससे दिल का दौरा तक पड़ सकता है।
Bottom line
सबसे पहले तो हम आपको ये बात क्लियर कर देते हैं कि हम किसी भी सूरत में किसी पाठक को स्टेरॉइड यूज करने की सलाह नहीं देते। इनका सेवन बेहद खतरनाक होता है और कई बार इसके घातक परिणाम सामने आ चुके हैं। Boldenone Undecylenate (बोल्डीनन) एक मजबूत एनाबॉलिक स्टेरॉइड है, जिसके इस्तेमाल से काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। किसी भी तरह का स्टेरॉइड यूज करने के बाद पीसीटी यानी पोस्ट साइकिल थैरेपी करना बेहद जरूरी होता है। इससे हम स्टेरॉइड के लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट से खुद को बचा सकते हैं और अपनी बॉडी के नेचुरल हार्मोन प्रोडक्शन को वापस पटरी पर ला सकते हैं।