इसमें कोई दो राय नहीं है कि क्रिएटिन (Creatine) एक बेहतरीन सपलीमेंट है। बॉडी बिल्डिंग करने वाले लोग कभी ना कभी तो इसका इस्तेमाल करते ही हैं और सभी के मन में ये सवाल जरूर आता है कि क्रिएटिन को पानी के साथ लेना चाहिए या जूस के साथ या फिर इसे किसके साथ लेना चाहिए। इसे लेकर कई सालों पहले भी बहस चल रही थी और आज भी बहस चल रही है। हालांकि इस सबके बीच लोग क्रिएटिन का खूब यूज कर रहे हैं। ये खासतौर पर शाकाहारियों को ज्यादा सूट करता है।
क्रिएटिन किसके साथ लें
सीधे शब्दों में इसका जवाब है कि क्रिएटिन (Creatine) को आप पानी, जूस, ग्लूकोज, प्रोटीन, चाय या कॉफी किसी के भी साथ लें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कुछ लोगों का मानना है कि इसे जूस या ग्लूकोज के साथ लेने पर इसका एब्जॉर्प्शन रेट बढ़ जाता है यानी जितना क्रेटीन आप ले रहे हैं उसका ज्यादा से ज्यादा हिस्सा यूज हो जाए और कम से कम वेस्ट जाए। का इस्तेमाल नहीं करते। क्रिएटिन के मामले में बात सीधी सी ये है कि अगर आप कसरत कर रहे हैं और बीमार नहीं हैं तो बॉडी को जितने क्रेटीन की जरूरत है वो उतने का इस्तेमाल कर ही लेगी फिर चाहे आप उसे पानी में पिएं या ग्लूकोज में। कई लोग इसे प्रोटीन शेक में डालकर यूज करते हैं-ये भी पूरी तरह से ठीक है। बल्कि अब तो बहुत से प्रोटीन सपलीमेंट में क्रेटीन अलग से मिला होता है।
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क्रिएटिन कब लेना चाहिए
क्रिएटिन (Creatine) कब लेना चाहिए ये सवाल भी कई सालों पहले पूछा जाता था और आज भी पूछा जा रहा है। अगर आपको इसका सीधा सा जवाब चाहिए तो वो ये है कि आप जब चाहें क्रिएटिन लें कोई फर्क नहीं पड़ता। ये वो सपलीमेंट है जिसका इस्तेमाल आप वर्कआउट से पहले या बाद में या फिर दिन में भी कभी भी कर सकते हैं।
आप अनुशासन में बने रहें इसके लिए ये जरूरी है कि आप एक टाइम फिक्स कर लें कि मुझे इसी टाइम क्रिएटिन लेना है और बस उसे फॉलो करें। हां अगर क्रिएटिन ले रहे हैं तो पानी खूब पीते रहें। खूब का मतलब ये है कि आप दिन में 4 से 5 लीटर पानी पिएं। अगर क्रेटीन के साथ कुछ स्टेरॉइड वगैरह भी ले रहे हैं तो फिर दिन में 6 लीटर पानी पिएं।
फायदे
क्रिएटिन पीने से मसल्स सहने की पावर बढ़ जाती है। इससे strength और power दोनों में इजाफा होता है। इससे मसल्स भरे भरे दिखते और महसूस होते हैं। मसल्स के भरे भरे दिखने की दो वजह होती हैं पहली – क्रिएटीन बॉडी में वाटर रिटेंशन बढ़ा देता है यानी आपके शरीर में पहले के मुकाबले ज्यादा पानी इकट्ठा हो जाता है इससे मसल भरे भरे हो जाते हैं। दूसरी वजह ये है कि क्रिएटिन के यूज से मसल्स का वॉल्यूम बढ़ जाता है। मसल्स और घने हो जाते हैं।
Bottom line
ऐसा सोचने की भूल कतई ना करें कि Creatine के बिना किसी का काम नहीं चलेगा। आमतौर पर हर शख्स की बॉडी खुद उतना क्रेटीन बना लेती है, जितने की उसे जरूरत है। इसलिए अपने पैसे को डाइट पर खर्च करें ना कि क्रिएटिन पर। दूसरी बात ये भी है कि क्रिएटिन की बदौलत आपकी बॉडी को भरेपन का अहसास होता है वह क्रेटीन खत्म होने के बाद कम भी हो जाता है और जो लोग अच्छी डाइट नहीं लेते और सही ढंग से कसरत नहीं करते उनके मामले में तो कुल मिलाकर नतीजा जीरो ही आता है।