हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक, अभी वसंत चल रहा है। यह 16 मार्च से शुरू हुआ और 15 मई तक चलेगा। इस मौसम में हर ओर हरियाली नजर आती है। ये रितु गर्मी और सर्दी के बीच की है। इसलिए ठंड और गर्मी दोनों का प्रभाव रहता है। आमतौर पर दिन में गर्मी और रात को ठंडक रहती है। डॉक्टर भगवान दास की पुस्तक आयुर्वेदिक चिकित्सा के मुताबिक, इस मौसम में कुछ चीजों पर ध्यान देंगे तो रोगों से बचे रहेंगे।
सबसे पहले सबसे खास बात
इस मौसम में हर रोज सुबह खाली पेट नीम की 10 से 15 कोपलें खूब चबा चबाकर खानी चाहिए। इसे आप 7 दिन तक करें। ऐसा करने से आप सारे साल स्किन की बीमारियों, रक्त विकारों और बुखार वगैरा से बचे रहेंगे। अगर आप नीम की पत्तियां खाना चाहते हैं तो तुरंत शुरू कर दें, 15 अप्रैल से पहले का समय ज्यादा सही है।
इस मौसम में खाना-पीना चाहिए
1 इस मौसम में चिकनाई की बजाए रूखा भोजन ज्यादा ठीक रहता है। इसकी वजह ये है कि शिशर रितु में शरीर में जमा कफ सूरज की गर्मी से पिघल जाता है। इससे पाचक अग्नि में दोष पैदा हो जाते हैं।
2 चावल, चने, जौ और गेहूं और बने भोजन और शहद का इस्तेमाल ठीक रहता है।
3 पुराने अनाज, सरसों का तेल, पीपल, काली मिर्च, हरड़, बहेड़ा, आंवला, बेल, छोटी मूली, राई, धान का लावा और खस का पानी यूज करना अच्छा रहता है।
4 करेला, आंवला, सत्तू, मूंग की दाल, हरी साग सब्जियां, लौकी, पालक, नींबू, सोंठ व इस मौसम में मिलने वाले फलों का सेवन करना चाहिए।
5 अदरक के साथ उबला हुआ पानी, शहर मिला पानी पीना चाहिए।
इस मौसम में क्या नहीं खाना चाहिए
1 इस मौसम में रोगों से बचे रहने के लिए चिकनाई वाले, खट्टे, मीठे और भारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
2 वसंत रितु में दिन में सोना एकदम छोड़ देना चाहिए क्योंकि इससे कफ दोष और अधिक कुपित हो जाता है।
3 रात को देर तक जागने और सुबह देर तक सोने से वायु दोष बढ़ जाता है।
Hello sir me ye janna chahta hu ki hme grmiyo m diet or workout kesa rakhna chahiye or agg to garam hote h to ye gramiyo m nusan to n krte or is mosam me to chikan m bhi bimariya ati h to ham esi sthiti m kya kre
कुछ नहीं होता भाई जमकर खाएं और कसरत करें। हां साथ में सलाद जरूर यूज किया करें।