ग्रीन टी को लेकर इन दिनों मार्केट में बहुत शोर है। ऐसा लगता है जैसे सेहत के लिए दुनिया में अगर कोई सबसे हेल्दी चीज है तो वो है Green tea. बस दो चार कप ग्रीन टी के प्याले अंदर गए और वजन कम हो जाएगा, बॉडी डी टॉक्सीफाई हो जाएगी, बैली फैट घट जाएगा और न जाने क्या क्या हो जाएगा। क्या सच में ग्रीन टी इतनी कमाल की चीज है। आज इस लेख में हम ग्रीन टी के साइड इफेक्ट green tea ke side effects के बारे में बात करेंगे। हम ये भी देखेंगे कि इस हरी चाय को लेकर जो हवा चल रही है उसमें कितना दम है।
What is green tea क्या है ग्रीन टी
मुझे लगता है कि इसमें आपको कोई खास दिलचस्पी होगी नहीं, मैं भी इसे लंबा नहीं खींचूंगा। Green tea वो चाय है जो Camellia sinensis के पत्तों से बनती है। चाय की हरी पत्ती को काले दानों में बदलने के लिए लंबी प्रोसेस से गुजरना होता है। ग्रीन टी को उस पूरी प्रोसेस से नहीं गुजारा जाता इसे बस इतना प्रोसेस किया जाता है कि यह खराब न हो। यूं समझ लीजिए जैसे कोई आधी कच्ची चीज। वैसे तो इस तरह की चाय का जन्म चीन में हुआ था पर अब हर जगह इसका प्रोडक्शन हो रहा है। इस चाय को उगाने का तरीका भी थोड़ा अलग होता है, मगर उस पर हम कतई बात नहीं करेंगे।
Side effects of Green tea ग्रीन टी के साइड इफेक्ट
1 कैफीन से नुकसान – हद से ज्यादा कैफीन नुकसान देता है ये सब जानते हैं। Green tea में कैफीन होता है। इसके ज्यादा होने की वजह से आपको घबराहट, दिल की धड़कन तेज होना और कंपकंपी हो सकती है। इसके अलावा कैफीन की वजह से कैल्शियम का एब्जॉर्प्शन कम हो जाता है, जिससे आपकी हड्डियों की हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है और ओस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) होने की पॉसिबिलिटी बढ़ जाती है। ओस्टियोपोरोसिस में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और आसानी से फ्रैक्चर हो जाता है।
अगर आप चाहते हैं कि ग्रीन टी की वजह से आपकी हड्डियों को नुकसान न पहुंचे तो तीन-चार कप से ज्यादा ग्रीन टी अवॉइड करें। कुछ लोगों को कैफीन सूट नहीं करता ऐसे में लोग कॉफी तो एवॉइड कर देते हैं मगर कई बार उन्हें ये पता ही नहीं होता कि ग्रीन टी में भी कैफीन होता है। ज्यादातर लोगों के लिए ग्रीन टी का यूज सेफ है। मगर वेब एमडी के मुताबिक, लंबे समय तक ज्यादा क्वांटिटी में इसका यूज करना आपको नुकसान दे सकता है।
2 आयरन की कमी हो सकती है – ग्रीन टी के साइड इफेक्ट green tea ke side effects में यह सबसे बड़ा है। ग्रीन टी की वजह से बॉडी में आयरन का एब्जॉर्पशन कम हो जाता है। इसका मतलब ये हुआ कि न्यूट्रिएंट्स को सोखने की आपकी ताकत कम हो जाती है। अंडे, डेयरी प्रोडक्ट और बीन्स जैसे प्लांट फूड में आयरन होता है लेकिन अगर आप इसके साथ ग्रीन टी पी रहे हैं या आप वैसे ही दिन में कई कप ग्रीन टी पी लेते हैं तो इन फूड से मिलने वाला आयरन वेस्ट जा सकता है, वह आपकी बॉडी में टिकेगा ही नहीं।
सन 2015 में हुई एक स्टडी के मुताबिक, भारत में 50% महिलाएं एनिमिक हैं। अगर ऐसी महिलाएं दिन में कई बार ग्रीन टी लेंगी तो उनका एनीमिया और सीवियर हो सकता है। हालांकि अगर आप Green tea में थोड़ा नींबू भी निचोड़ लें कुछ हद तक इस side effect को कम किया जा सकता है क्योंकि नींबू का रस आयरन को सोखने की बॉडी की काबलियत को बढ़ा देता है। इसके अलावा दूसरा तरीका ये है कि ग्रीन टी को किसी दो भोजन के बीच लें। जैसे नाश्ते और दोपहर के खाने के बीच।
3 दवा से रिएक्शन – अगर आपको कोई बीमारी नहीं है तो ग्रीन टी यूज करना आमतौर पर सेफ है। लेकिन अगर आप किसी तरह की दवा या दवाएं ले रहे हैं तो आपको इसके बारे में सोचना होगा। सबसे सही रहेगा कि आप डॉक्टर से इस बारे में बात करें। अगर आप हार्मोंस, एंटीबायोटिक, ब्लड को पतला करने की दवाएं, लिवर की दवाएं या अस्थमा से जुड़ी दवाएं ले रहे हैं तो ग्रीन टी पीने के बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें। ग्रीन टी की वजह से डायरिया, ग्लूकोमा, ब्लीडिंग डिसऑर्डर की परेशानी और बढ़ सकती है।
4 ग्रीन टी से पेट चल सकता है। ग्रीन टी में कैफीन होता है और कैफीन से कुछ लोगों का पेट चल जाता है। वैसे भी अगर आपका पेट खराब है तो ग्रीन टी को एवॉइड करें।
5 एनीमिया बढ़ सकता है। बैचेनी होने की शिकायत बढ़ सकती है। दिल की धड़कन कभी तेज कभी धीमी हो सकती है।
6 ग्रीन टी में मौजूद कैफीन की वजह से ब्लड शुगर पर कंट्रोल प्रभावित हो सकता है। अगर आप Green tea पीते हैं और आपको डायबिटीज भी है तो अपना ब्लड शुगर जरूर चेक करें।
7 इसकी वजह से आखों के भीतर प्रेशर बढ़ सकता है जो ग्रीन टी पीने के 30 मिनट के भीतर शुरू हो सकता है और 90 मिनट तक रह सकता है।
8 इसकी वजह से ब्लड प्रेशर बढ सकता है। हालांकि ऐसे लोगों पर इसका असर नहीं पड़ता जो आमतौर पर ग्रीन टी या कैफीन वाली चीजें खाते पीते रहते हैं।
9 लिवर की बीमारियां और बढ़ सकती हैं। अगर आप Irritable bowel syndrome (IBS) की परेशानी से जूझ रहे हैं तो ग्रीन टी की वजह से ये और बढ़ सकती है।
How to use Green tea – ग्रीन टी कैसे यूज करें
1 अगर आप इसे फैट लॉस के लिए यूज कर रहे हैं तो इसमें चीनी न मिलाएं।
2 वैसे तो जापान और चीन में कहावत है कि इसे खाली पेट लेना चाहिए, लेकिन ग्रीन टी की वजह से पेट का एसिड बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपके पेट में दर्द हो सकता है या उल्टी जैसा मन हो सकता है, इसकी वजह से कब्ज भी हो सकती है। इसलिए ग्रीन टी को खाने के बाद या दो भोजन के बीच में लेना चाहिए।
3 जिन लोगों को पेप्टिक अल्सर की दिक्कत है या खट्टी ढकारें आती हैं उन्हें खासतौर पर सावधान रहना चाहिए। अगर ग्रीन टी पीने से आपके पेट में दर्द होता है तो उसमें दूध मिलाकर ट्राई कर सकते हैं।
4 अगर आपको कैफीन से प्रॉबलम है तो ग्रीन टी से भी प्रॉबलम हो सकती है।
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Green tea and weight loss – ग्रीन टी और वेट लॉस
वेट लॉस या फैट लॉस में Green tea मदद करती है इसमें कोई दो राय नहीं है मगर ग्रीन टी कोई चमत्कार नहीं है। आप जब कई कप ग्रीन टी पीते हैं तो इसका ये मतलब हुआ कि आप कई कप गर्म पानी भी पी रहे हैं। गर्म पानी फैट कम करने में बहुत मदद करता है। जैसा कि विज्ञापनों में दिखाया जा रहा है अगर ग्रीन टी उतनी ही कमाल की होती तो जिम पर ताले पड़ गए होते और डाइटीशियन व फिटनेस एक्सपर्ट को खाने के लाले पड़ गए होते। दिन में दो तीन कप ग्रीन टी बहुत है। इससे ज्यादा पीना है तो आप सादा गर्म पानी चाय की तरह सिप करके पी सकते हैं।
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BOTTOM LINE
इस लेख में हमने आपको ग्रीन टी के साइड इफेक्ट green tea ke side effects की डिटेल में जानकारी दी है। हमने यह भी बताया है कि इसे लेकर बाजार में जो हवा उड़ रही है उसमें कितनी सच्चाई है। अब इसके आगे आपको फैसला करना है। ऐसा कतई नहीं है कि आप कुर्सी पर बैठे बैठे ग्रीन टी पीकर पेट अंदर कर लेंगे। यह चाय मेटाबॉलिज्म को तेज करती है मगर उसकी भी एक सीमा है। केवल green tea की बदौलत आप वेट लॉस नहीं कर पाएंगे आपको अन्य उपाय भी करने होंगे।
hlo sir mei ye janna chata hun ki 18 saal ke baad bhi height kis age tak badti hai koi kahta hai height 25 saal ki age tak badti hai please sir mei apse janna chata hun ki 18 saal ke baad bhi height kis age tak badti hai please sir age btaye
इसे देखें – https://bodylab.in/2016/11/01/how-to-increase-height-and-grow-taller-in-hindi/