Arthritis यानी Gathiya गठिया कोई नई बीमारी नहीं है। भारत ही क्या पूरी दुनिया में इसके रोगियों की कोई कमी नहीं है। जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन इसके कॉमन symtoms हैं। गठिया का रोग बढ़ जाता है तो रोगी का चलना फिरना दूभर हो जाता है। उम्रदराज लोगों में इसकी शिकायत ज्यादा होती है। कुछ लोग इसके दर्द के चलते ठीक से खड़े भी नहीं हो पाते।
इस रोग को आयुर्वेद की भाषा में आमवात भी कहा जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह होती है बॉडी में यूरिक एसिड का बढ़ना। इसी के चलते हमारे ज्वाइंट्स में अकड़न और दर्द होता है। इस लेख में हम आपको Gathiya theek karne ke gharelu upay की जानकारी दे रहे हैं।
kya hai gathiya
क्या है गठिया
गाठिया (Arthritis ) का मतलब होता है ‘जोड़ों का जलना’। ये दो ग्रीक शब्दों के मेल से बना है। ‘Athron’ और ‘Itis’। ‘Athron’ का मतलब होता है ‘जोड़ा’ और ‘itis’ का मतलब होता है ‘जलना’। Arthritis कई तरह का होता है जैसे एक्यूट, आस्टियो, रूमेटाइट, गाउट। इनमें osteoarthritis और rheumatoid प्रमुख हैं।
osteoarthritis आमतौर पर ज्यादा उम्र के लोगों को होता है और सबसे ज्यादा असर घुटनों और रीढ़ की हड्डी पर करता है। वहीं Rheumatoid अंगुलियों के जोड़ों, कलाई, कूल्हों, घुटनों और पैरों के जोड़ों पर असर डालने के साथ साथ मसल्स, ऊतकों (tendons) और tissues पर भी प्रभाव डालता है।
Gathiya theek karne ke gharelu upay
गठिया ठीक करने के घरेलू उपाय
- Potato Juice, आलू का जूस – कच्चे आलू का जूस rheumatoid और गठिया के उपचार में सबसे कारगर है। यह सदियों से किया जाने वाला देसी उपचार है। आलू के जूस को निकालने के लिए उसे बिना छीले ही पतले-पतले टुकड़ों में काट लें। इसके बाद इन टुकड़ो को पानी से भरे एक बड़े ग्साल में रात भर के लिए ढक कर रख दें। सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करें। निश्चित लाभ मिलेगा।
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Raw juice, कच्चे जूस– हरी सब्ज़ियों के जूस से भरा एक कप रोज़ाना पीनें से इसके उपचार में बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए आप कुछ हरीं पत्तेदार सब्ज़ियों को चकुंदर और गाज़र के साथ मिलाकर और जूस निकालकर उसका सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा एक कप पाईनएप्पल का जूस भी इसके उपचार में फायदा पहुंचाता है।
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seasame seeds, तिल के बीज- 1/4 कप पानी में तिल को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट इस पानी को भीगे हुए बीजों के साथ ही पी लें। जोड़ों के दर्द में यह अत्यंत लाभकारी होता है।
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calcium, कैल्शियम– कई शोधों में पाया गया है कि कैल्शियम को उचित मात्रा में लेना इस रोग के उपचार में फयदेमंद होता है। बहुत से मरीजों को भरपूर मात्रा में कैल्शियम देने पर गठिया के दर्द में बहुत हद तक फायदा हुआ है। ये मिनरल कल्शियम लैक्टेट से प्राप्त किया जा सकता है। इसे रोज़ाना पानी के साथ दिन में तीन बार लिया जाता है। इसके प्रत्येक चम्मच से शरीर में 400 ग्राम कैल्शियम की मात्रा पूरी होती है।
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copper, ताँबा– आयरन भी इसके उपचार में बहुत फायदेमंद होता है। रातभर के लिए ताँबे के बरतन में रखे पानी को रोज़ाना पीने से हमारे शरीर को उचित मात्रा में कॉपर प्रदान करता है। आमतौर पर लोग ताँबे की अंगूठी भी इसी वजह से पहनते हैं।
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Garlic, लहसुन- लहसुन भी गठिया के लिए एक कारगर उपचार माना जाता है। इसमें anti-inflammatory (विरोधी) गुण पाया जाता है जो इस बीमारी के उपचार में काफी असरदार होता है। आमतौर पर यो खाने में तो इस्तमाल होता ही है। लेकिन इसे पकाकर खाने के साथ-साथ कच्चा भी खाया जाता है। इसके अलावा ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
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Banana, केला– यह विटामिन B का मुख्य स्रोत है। और विटामिन B गठिया के उपचार में सिद्ध माना जा चुका है। गठिया के रोगी को उपचार के लिए 3-4 दिन तक रोज़ाना सिर्फ केला खिलाया जाता है। जिसमें एक दिन में रोगी 7-8 केले रोजाना खाता है।
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Lime, नींबू – गठिया के घरेलू उपचार में यह काफी पायदेमंद होता है। यूरिक एसिड कुछ तरह के गठिया की उत्पत्ती का मुख्य कारक होता है। नींबू में पाया जाने वाला साइट्रिक एसिड, यूरिक एसिड में घुल जाता है। चूने को पानी में मिलाकर एक पतला घोल बनाया जाता है, जिसे दिन में एक बार सुबह खाली पेट पीनें से गठिया में फायदा मिलता है।
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Green gram Soup, मूंग की दाल का सूप– यह सूप जोड़ों के दर्द में सीधा फायदा पहुंचाता है। इसे तैयार करने के लिए एक चम्मच मूंग की दाल को लहसुन की दो कलियों और एक कप पानी में मिलाया जाता है। इसे दिन में दो बार लेने से जल्द राहत मिलेगी।
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Castor oil, कैस्टर ऑयल– इस ट्रीटमेंट को एक स्पेनिश डॉक्टर ने इजाद किया था। जिसमें दो चम्मच कैस्टर ऑयल को गर्म करके एक ग्लास संतरे के रस में मिलाकर सेवन किया जाता है। इसे भी रोज़ाना नाश्ते से पहले जाता है। और तब तक लिया जाता है जब तक बीमारी पूरी तरह ख़त्म न हो जाए। इस दवा का उपयोग सन् 1900 में एक अमेरिकन डॉक्टर ने शुरू किया था। जिसका नाम टेलर था। उन्होंने अपने मरीज़ो को सलाह दी कि इसका सेवन पहले तीन हफ्ते किया जाए। उसके बाद अगले तीन हफ्ते इसे छोड़ दों। इसके अगले तीन हफ्ते इसे फिर से लेना शुरू करें। ऐसा करने से मरीज़ों को लाभ मिलने लगा, लेकिन इस प्रक्रिया को अगर इसी तरह से दोहराकर इस्तेमाल नहीं किया गया तो लाभ नहीं मिलेगा।
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Avoid curd, दही से परहेज करें – अगर आप Rheumatism से पेशान हैं तो दही, दालें और दालों से बनी चीजों और खट्टे का परहेज करना चाहिए। दालों में मूंग की दाल खा सकते हैं। तला और बहुत ठंडी चीजों को भी एवॉइड करना चाहिए। मेहनत भी कम करनी चाहिए। चावल का इस्तेमाल भी कम करना चाहिए।
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Eat bitter vegetables, कड़वी सब्जियां खाएं – करेला, सहजन की फलियां और नीम के फूल रोगी के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इसके अलावा लहसुन की पांच पांच लहुसन, ध्यान रहे पांच लहुसन पूरी गांठ नहीं, दो बार भोजन के साथ लिया करें। अगर लहसुन की महक परेशान करती है तो उसे घी या मक्खन में हल्का भूनकर भी यूज कर सकते हैं।
Bottom line
Arthritis उर्फ Gathiya गठिया खासतौर पर ऐसे लोगों को होता है जिनका खानपान ठीक नहीं होता। गठिया की एक किस्म को आमवात कहा जाता है। इसका मतलब होता है बॉडी में आम दोष का पैदा होना। यह आयुर्वेद की बातें हैं, जिनका खास मतलब होता है। हाजमे की प्रोसेस के ठीक न होने के चलते यह पैदा होता है और जोड़ों में जमा हो जाता है, जिससे सूजन और दर्द होता है।
यह ज्यादातर ऐसे लोगों को होता है, जिनका पेट ठीक से साफ नहीं होता। इसके अलावा टाइम बेटाइम का खाना खाने वालों को भी गठिया होने की पॉसिबिलिटी होती है। इस लेख में हमने Gathiya theek karne ke gharelu upay की जो जानकारी दी है उसमें जो भी आपको सूट करे आप उसे आजमा सकते हैं। अगर किसी उपाय की वजह से आपको किसी तरह की परेशानी सामने आए तो उसे तुरंत रोक दें और डॉक्टर से संपर्क करें।
Sir mera naam irfan khan he age 31 he me kai salo se exercise kar rha hu lekin sir 2011 me mere dono elbow me pain hone laga us time mene sasta protein liya tha tab se uske baad mene kai doctors se ilaaz karya par thik nahi hua or sare test bhi karwae doctors ne bhi or kai tahra ki tablets di jiski vajha se pet bhi kharab ho gaya lekin hatho ka dard nahi gaya sir me chahta hu ke me pehle jese workout karu or bilkul mere hath thik ho jaae sir aap kuch suggest karo me kya karu mujhe gym karne ka bahut shok he par whigt uthata hu to pain hota he hatho me
सर मैं खुद पहली बा इस तरह की परेशानी सुन रहा हूं। जिसको भी पेन होता है उसको या तो कलाइयों में होता है या फिर बॉडी के हर जोड़ में होता है। अब आपकी कोहनियों में ऐसा क्या हो गया है हम कैसेट बताएं। जिसे डाॅक्टर भी नहीं पकड़ पा रहे। वैसे अगर मैं आपकी जगह होता तो कोहनियों पर लगाता पेन किलर बाम और जुट जाता जिम में जितना भी हो सकता वेट पुश करता। जब कोई बीमारी नहीं है तो फिर देखा जाएगा जो भी होगा। वही काम करें जो मर्दों को करना चाहिए। बाकी ऊपर वाले पर छोड़ दें।
Sir,
Mera naam aasif ali Meri height 5.6 inch or weight 72.540 hai. Me pichle 2 salo se exercise kar rha. pehle mera weight 98 kg tha jo meine 6 mahino me loose. sir pichle 2 dino se mere arms me Crams aa rhe. Me Big muscle ka whey Protein (Nitric whey) Pichle 5 mahino se use kar rha hu. per pta nhi 2 salo me pehli bar isa hua h. abhi meine 5 dino ka gym se Chuttiya li thi or 2 din huve hai wapas gym join kiye hove to ye Crams aane lag gye please guide kare. me bahut dra huva hu kya ye koi bimari to nhi. sir esa pehle kabhi nhi hua
Pehle me exercise schedule One day one body part lagata tha ab me 2 dino se one day two body part lga rha hu. Please guide me sir.
क्यूं कर रहे हो ऐसा ये तो बताओ भाई। कटिंग पर हो तो ठीक है गेनिंग पर हो तो ठीक नहीं है।
मुझे लगता है कि आपकी बॉडी में पानी की कमी है। इसका सबसे बड़ा कारण तो यही होता है फिर कुछ वजह ठीक से वार्म न करना भी हो सकती है।