अब वो वक्त नहीं रहा कि अमीर देश अपना कचरा किसी दूसरे मुल्क के समंदर में चुपचाप डाल दें। अब तो सबको अपना कचरा खुद ही संभालना होगा। प्लास्टिक कचरे से निजात पाने के उपाय ढूंढने में पूरी दुनिया के वैज्ञानिक लगे हुए हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों की एक टोली ने एक ऐसा डिवाइस ढूंढ निकाला है जो प्लास्टिक को चट कर जाता है और उसके बदले ऐसा मशरूम पैदा करता है जिसे इंसान खा सकते हैं।
ये डिवाइस पूरी तरह से एक मैकेनिकल डिवाइस नहीं है। इसे आप बायो मैकेनिकल कह सकते हैं और असली काम तो दो फंगस करते हैं। यही फंगस प्लास्टिक को निपटाते हैं। इस डिवाइस को बनाने वालों में से एक ऑस्ट्रिया के katharina unger ने कहा, हम इस आइडिया से काफी एक्साइटेड हैं कि कोई ऐसी चीज भी है जो प्लास्टिक को हजम करने के बावजूद कुछ ऐसा पैदा करती है जो खाने लायक हो।
इस डिवाइस को फंगी म्यूटारियम का नाम दिया गया है और पिछले कुछ सालों से इस पर काम चल रहा है। इससे जुड़े वैज्ञानिक अब माइक्रोबायोलॉजिस्ट के साथ काम कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कितनी तरह के मशरूम का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा डीकम्पोजीशन की प्रोसेस को कैसे और बेहतर किया जाए।
कैथरीना के मुताबिक, कचरे को निपटाने के कुछ उपाय तो लोगों ने खोज निकाले हैं जैसे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट। मगर इसके साथ और भी कई समस्याए हैं। प्लास्टिक को जलाने से जहरीली गैसें निकलती हैं। इसी बीच फंगी म्यूटारियम का आइडिया सामने आया। यह सिंथेटिक वेस्ट को खत्म करने के लिए न केवल प्रकृति का इस्तेमाल करता है बल्कि नतीजे के तौर पर एक ऐसी चीज पैदा करता है जिसका आप सचमुच इस्तेमाल कर सकते हैं, और वो है – भोजन।
स्रोत – साइंड अलर्ट डॉट कॉम