आपका दिल बाहुबली है यह हसीनों की नजरों के हजारों तीर झेल सकता है मगर एक ब्रेड पकौड़ा उसकी जान ले सकता है। दिल हमारी बॉडी का ट्रांसफार्मर होता है। ट्रांसफार्मर ठप और बॉडी को बिजली की सप्लाई ठप यानी काम तमाम। आज वर्ल्ड हार्ट डे (29 सितरंब) है, तो थोड़ी देर रुक कर हम चर्चा कर लेते हैं कि जीना है, जवां रहना है और डटे रहना है तो क्या करना है।
भारत में तीन करोड़ लोग दिल के रोगी हैं
- दुनिया में हर साल 1 करोड़ 71 लाख लोगों की मौत दिल के रोगों के चलते हो जाती है।
- भारत में हर साल 20 लाख लोगों की मौत कोरोनरी हार्ट डिज़ीज़ेस के चलते होती है।
- हर साल देश में करीब 30 फीसदी दिल के रोगी बढ़ जाते हैं।
- भारत के हर तीसरे शख्स को बीपी की प्रॉबलम है
- दिल्ली की 90 फीसदी महिलाओं का बॉडी मास इंडेक्स ज्यादा की कैटेगरी में आता है।
- सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात ये है कि लोगों को यह पता ही नहीं होता कि वो दिल के मरीज बन चुके हैं अथवा उसके बहुत करीब पहुंच चुके हैं।
अपने दिल को बचाएं 80 के फेर से
- दिल की धड़कन रहे 80 प्रति मिनट से कम
- शु्गर लेवल रहे 80 से कम
- कमर का घेरा रहे 80 सेंटीमीटर से कम
- कॉलेस्ट्रॉल रहे 80 एमजी से कम।
दिल की रखवाली के लिए सबसे पहले क्या करना है
बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर की जांच कराएं। अगर इनमें से किसी में भी गड़बड़ी है तो दवा लेने से बिल्कुल भी परहेज न करें। हार्ट केयर फाउंडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और नामी डॉक्टर के के अग्रवाल का कहना है कि अपनी लाइफ स्टाइल को बदल कर आप दिल को कई खतरों से महफूज रख सकते हैं। सिगरेट, शराब और जंक फूड से परहेज करें व खाने में फल व सब्जियां बढ़ाएं।
सेहत के लिए जरूरी है आठ घंटे की नींद
मेदांता अस्पताल की एक रिसर्च कहती है कि आठ घंटे से कम सोने वाले लोगों को हार्ट अटैक होने का खतरा दो से ढाई गुना बढ़ जाता है। इसकी वजह यह है कि जब हम सोते हैं तो हमारे दिल की धड़कन और बीपी कम हो जाता है। इससे दिल को आराम मिलता है। हम जितना ज्यादा जागेंगे उतना ज्यादा काम हमारे दिल को करना पड़ता है। अगर कोई शख्स रोज दो घंटे की नींद की कटौती कर रहा है तो उसके दिल को साल भर में 730 घंटे एक्स्ट्रा काम करना पड़ता है।
टीम बॉडी लैब की सलाह
मैदान में जाएं पसीना बहाएं, जिम में जाएं पसीना बहाएं। कम करें ज्यादा करें, हैवी करें हल्की करें एक्सरसाइज जरूर करें। जरूरी नहीं कि जिम में एक घंटा ही लगता है। थोड़ी जानकारी जुटाएं 15 मिनट में भी पूरी बॉडी चार्ज हो सकती है। एक से एक छोटे और बेहतरीन वर्कआउट शेड्यूल हैं। जिम सिर्फ बॉडी बिल्डिंग के लिए नहीं होता इसका मकसद आपको हेल्दी रखना है। अपनी टेंशन को डीफ्यूज करने का रास्ता खोजें। यह भी जरूरी नहीं कि आप जिम ही जाएं। आप कोई भी स्पोटर्स एक्टीविटी चुन सकते हैं। योग अपनाएं, यौगिग लाइफ स्टाइल अपनाएं।
स्रोत : वर्ल्ड हार्ट फैडरेशन, सफोला सर्वे, मेदांता सर्वे, कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया