कान हमारी बॉडी का एंटिना होता है। यह हमारी बॉडी को ठंड का गर्मी का सिग्नल देता है। आदमी कमर दर्द तो एक बार को सह लेता है मगर कान का दर्द बहुत परेशान करना है। यह अंग ही ऐसा है कि आप इस पर बाम भी नहीं लगा सकते। बच्चों को अगर बेवक्त दर्द उठ जाए तो वो पूरे घर को सिर पर उठा लेते हैं। ऐसे में आप इन घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं। एक बात ध्यान रखें कि लंबे समय से चली आ रही कान की दिक्कत को इग्नोर न करें और डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।
अगर कान में दर्द हो रहा हो क्या करना चाहिए
- सरसों का तेल हल्का गरम करके डालने से कान का दर्द दूर हो जाता है।
प्याज का रस गुनगुना करके डालने से भी राहत मिलत है। - अदरक का रस गुनगुना करके डालना भी कारगर होता है।
- एक चम्मच तिल के तेल में लहसुन की आधी कली डालकर गुनगुना करके दर्द वाले कान में ४-४ बूंद डालकर दूसरी करवट दस मिनट तक लेटे रहें।
- अरंड के पत्तों को गरम तिल के तेल में डुबोकर उससे कानों के आस पास सेंक करने से आराम मिलता है।
- कान से पस (मवाद) आता हो तो गुग्गुल का धुआं कान पर करने से आराम मिलता है।
- तुलसी के पत्तों को पीसकर रस निकालकर इसको हल्की आंच पर गरम करके कान में डालें, इससे कान का दर्द मिटता है।
- एक भाग अजवायन का तेल और तीन भाग सरसों का तेल मिलाकर गुनगुना करके कान में डालें।
- मुलहटी को पीसकर घी में मिलाकर हल्का गरम करके कान के आसपास लेप करने से आराम मिलता है।
- मूली को बारीक टुकड़ों में काटकर सरसों के तेल में खूब गरम करें फिर इस तेल को कपड़े से छानकर शीशी रख लें। जब कभी भी कान में र्दद हो तो इस तेल को डालें, आराम मिलेगा।
कान में सूजन हो तो अपनाएं यह उपाय
- अरंड के पत्ते पर तेल लगाकर सेंक करें, फिर गुनगुने गरम पत्तों को सूजन वाले स्थान पर ब़ॉध दें। इससे कान की सूजन व उसके चलते पैदा हुआ दर्द दूर हो जाता है।
- सूजन वाले स्थान पर गुड़ व चूने का लेप लगाने से आराम मिलता है।
सनई के बीज, मेथी, काला जीरा, रास्ना, हल्दी, दारूहल्दी सभी को कांजी या छाछ में पीसकर गरम करके लेप लगाए। - सूजन वाले स्थान पर चित्रकमूल व सहिजन को धतूरे के रस में पीसकर लेप लगाकर ऊपर से रुई रखकर बांध लें, ऐसा दिन में 2-3 बार करने से कान की सूजन व दर्द में राहत मिलता है।