चर्बी की छुट्टी करने में इसकी ताकत पर बहस करने की कोई गुंजाइश नहीं है। एक नहीं, दर्जनों रिसर्च यह साबित कर चुकी हैं। हालांकि इस चीज का इस्तेमाल कर चुके कई लोग यह भी कहते सुनाई देते हैं कि इससे मोटापा कम नहीं होता। मगर ऐसा ज्यादातर वो लोग कहते हैं जो इसे एक दवा के तौर पर चंद दिन या चंद माह लेते हैं और रामवाण जैसे असर की उम्मीद करते हैं। जो लोग मोटापे से मुक्ति के संग्राम में हैं, उनके लिए नींबू से बढ़िया कोई हथियार नहीं हो सकता।
एक सच्ची कहानी सुनें
जिम न जाने वाले एक मोटे लड़के से एक कोच से पूछा कि बिना जिम जाए कैसे वजन कम हो सकता है। कोच ने कहा कि ये आसान नहीं है मगर तुम दिन में जितना हो सके उतनी बार नींबू का रस पियो और जरा डाइट पर कंट्रोल रखो। तीन महीने बाद वो लड़का कोच को थैंक्यू बोलने जिम आया तो जिन लोगों ने उसे पहले देखा था उनकी आंखें फटी रह गईं। वो लड़का बर्गर जैसा था और अब ब्रेड जैसा हो गया। उससे जब पूछा कि तुमने इतना वजन कैसे घटाया तो उसने बताया कि कोच साहब बड़ी तकलीफ हुई मैंने दिन में तीन से चार बार नींबू का रस पिया मगर छोटा कप ही पी पाता था क्योंकि उसे ही भरने में एक संतरा और 6-7 नींबू लग जाते थे। उसके यह बोलते ही कोच ने अपना माथा पकड़ा और कहा अरे भाई नींबू का रस पीने का मतलब था एक गिलास पानी में एक या दो नींबू निचोड़ना। इसके बाद सब ठहाके लगाने लगे। उस मोटे लड़के का दिमाग भी मोटा था वो बात को समझ नहीं पाया मगर यकीन मानें उसने अपने बदन का पूरा फैट गला लिया। उसने जो किया वो लेमोनेड डाइट से कई कदम आगे था। लेमोनेड डाइट में एक साथ 10 दिनों तक नींबू पानी पर रहते हैं, चार पांच दिन रुकते हैं और फिर दस दिन तक नींबू पानी पर रहते हैं।
कैसे काम करता है नींबू
बात बड़े अचंभे की है कि एक छोटा सा और साधारण सा फल/सब्जी इतना कारगर कैसे हो सकता है। इसका राज एसिड में छुपा है। जैसे आप सुबह-सुबह गर्म पानी में नींबू का रस लेते हैं तो सबसे पहले आपके पेट में एक अच्छा पाचक तत्व पहुंच जाता है। नींबू से निकला सीट्रिक एसिड बाद में हाजमे से जुड़े शरीर के अन्य रसायनों से मिल जाता है। इस गठजोड़ का नतीजा एक बेहतरीन पाचन शक्ति के रूप में सामने आता है।
शुगर को दे धक्का, कैल्शियम का स्वागत
नींबू शरीर में शुगर को टिकने नहीं देता। यह उसे पाचन तंत्र के माध्यम से बाहर भगाता है। यूं समझ लीजिए कि यह मीठे की काट है। नींबू का रस भोजन से कैल्शियम को सोखने की क्षमता को बढ़ा देता है। यह कैल्शियम चर्बी की सेल्स में जमा होता है। शोध कहते हैं कि जिसकी चर्बी में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है, उसमें चर्बी को गलाने की ताकत भी ज्यादा होती है।
कैसे इस्तेमाल करें
जैसे दिल करे। या फिर सुबह बड़े मग में गर्म पानी में दो नींबू निचोड़ें और धीरे-धीरे चाय की तरह पिएं। ऐसा सोने से ठीक पहले भी करें। अगर चर्बी से जंग और तेज करनी है तो दिन में एक-दो बार और पी सकते हैं। बोर हो जाएं तो थोड़ा सा नमक डालें या थोड़ा सा शहद मिला लें। फिर चाहें तो दो-चार तुलसी के पत्ते डालें या जरा सी चाय की पत्ती मिला लें। उससे भी बोर हो जाएं तो वापस सादा गर्म पानी और नींबू पिएं। आपके दांत बिल्कुल खट्टे हो जाएंगे मगर हिम्मत तो करनी पड़ेगी ही। रिजल्ट आने में 2 महीने लग सकते हैं।
…और भी हैं फायदे
जैसे त्वचा की सफाई, सांसों में ताजगी। चेस्ट इंफेक्शन से मुक्ति, तनाव घटाता है। रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है और आयरन की कमी दूर करने में मददगार है।
Check Also
2 महीने में ब्रेस्ट का साइज बढ़ाने के 10 बेस्ट घरेलू उपाय
बड़े अच्छे लगते हैं। ये बात उन महिलाओं से बेहतर कौन समझ सकता है जिनके …