लू इतनी खतनरनाक है कि इससे मौत तक हो सकती है। उत्तर भारत में बेहद गर्म हवाएं इस वक्त चल रही हैं। यही मौसम है लू का।
गर्मियों में चलने वाली तेज गर्म और नमी रहित हवाओं को लू कहते हैं और इसके थपेड़ों के चलते बीमार पड़ने को लू लगना कहते हैं। मोटे तौर पर समझाएं तो लू तब लगती है जब हमारा शरीर बाहर के तापमान के हिसाब से खुद को एडजेस्ट नहीं कर पाता। शरीर के भीतर की गर्मी पसीने के जरिए निकल नहीं पाती और बॉडी टेंपरेचर बढ़ जाता है। जब मौसम का पारा चालीस से ऊपर जाता है तब लू का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
लू लगने के लक्षण
1 बहुत प्यास लगती है और शरीर में भारीपन महसूस होता है।
2 मन खराब हो जाता है व सिर चकराना।
3 शरीर का तापमान 104 फारेनहाइट या अधिक हो जाना व पसीना आना बंद होना, मुंह का लाल हो जाना व त्वचा का सूखा होना।
4 बेहोशी जैसी स्थिति का होना या बेहोश हो जाना।
नुकसान – अगर सही इलाज नहीं मिला तो मौत तक हो जाती है।
लू से ऐसे बचें
1 बड़े-बुजुर्गों की बात सुनें उन्हें लू से बचने के सारे उपाय पता होते हैं।
2 तेज धूप मे निकलना जरूरी हो तो ताजा भोजन करके ढेर सारा ठंडा पानी पीकर बाहर निकलें।
3 पानी की बोतल साथ रखें और थोड़ी थोड़ी देर पर पीते रहें।
4 धूप से बचने के लिए छाते अथवा हल्केसूती कपड़े का इस्तेमाल करें
5 गर्मी में ठंडाई का सेवन नियमित करना चाहिए। मौसमी फलों जैसे, खरबूजा, तरबूज, अंगूर बगैरा खाना चाहिए।
6 गर्मी के दिनों में प्याज का सेवन भी अधिक करना चाहिए
7 छाछ, दही, नींबू पानी, आम का पन्ना, शिकंजी सब लू से बचने में मदद करते हैं। नारियल पानी भी बड़ी अच्छी चीज होती है।
लू लग गई तो, सबसे पहले
जिसे लू लगी हो उसे किसी ठंडक वाली जगह पर लिटा दें। अगर शरीर का तापमान अगर 104 से ऊपर हो जाए तो रोगी को पानी से भरे टब में तब तक लिटाएं रखें, जब तक तापमान कम न हो और अगर लू लगने पर पीडित व्यक्ति बेहोश हो जाए तो उसे डॉक्टर की देखरेख में रहने दें। अगर वह होश में हो तो उसे ओआरएस या नींबू पानी पिलाएं।
तेज लू लगने पर मांसपेशियां अकड़ जाती है। ऐसे में शख्स के मुंह में कोई चीज न डालें और उसे कुछ पीने के लिए ना दें। अगर उसे उल्टी हो जाए तो समझ लें कि उसकी सांस नली में कोई रुकावट है। रोगी को करवट करके लिटाएं। लू केचलते शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है।
लू से बचने के कुछ और घरेलू नुस्खे
1. धनिए को पानी में भिगोकर रखें, फिर उसे अच्छी तरह मसलकर तथा छानकर उसमें थोड़ी सी शकर मिलाकर पीने से गरमियों में लू से राहत मिलती है।
2. मेथी की सूखी पत्तियों को ठंडे पानी में कुछ समय भिगोकर रखें, बाद में उसे हाथ से मसलकर छान लें, इस पानी में थोड़ा सा शहद मिलाकर दो-दो घंटे पर रोगी को पिलाएं, इससे लू से तुरंत छुटकारा मिलता है।
3. इमली के बीज को पीसकर उसे पानी में घोलकर कपड़े से छान लें। इस पानी में शकर मिलाकर पीने से लू का शमन होता है।
4. भुना हुआ आम और प्याज पीसकर लेप करना लाभदायक होता है।
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इनमें कभी कभी खूब हैवी वेट लगाकार एक दो रैप निकाला करें। इससे आपकी पावर बढ़ेगी।