वेस्ट ट्रेनर के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि इनके चलते शरीर के भीतरी अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। लंदन की कॉस्टमेटिक सर्जरी अस्पताल में एस्थेटिक मेडिकल डॉक्टर गेलीना स्लीनीवा कहती हैं, अगर कोई वेस्ट ट्रेनर को पहनने का आदी हो जाए और रोज इसे पहनने लगे तो शरीर के भीतरी अंग अपनी जगह से खिसकने लगेंगे। बॉडी में डिसबैलेंस हो जाएगा क्योंकि इतनी पतली कमर होना नॉर्मल बात नहीं है। पसलियों और हड्डियों की बनावट में बदलाव आ सकता है।
क्या होता है वेस्ट ट्रेनर
यह एक तरह का पहनावा होता है जो कमर को बिल्कुल भींच देता है। भारत में यह टमी टकर, टमी शेपर, टमी स्लिमर और एबडॉमिनल बैल्ट के नाम से मिलता है। इनमें कई तरह की क्वालिटी आती है। विदेशों में जो वेस्ट ट्रेनर इन दिनों पॉपुलर है वो इतना टाइट होता है कि पहनने वाले की कमर को बिल्कुल पिचका देता है। भरे फिगर पर बेहद पतली कमर दिखाने की चाहत में तमाम युवतियां इसका इस्तेमाल कर रही हैं।
कमर के इलाके में आपकी किडनी, आंतें वगैरा होती हैं। आप अंदाजा लगाएं कि भिंच देने से इनकी क्या हालत होती होगी। यह सीधे सीधे बीमारियों को न्यौता देने वाली बात है।
स्रोत – मेल टुडे