उम्र और सुविधाओं को रुकावट मानने वालों को हाल ही में बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता जीतने वाले सुभाष की कहानी पढ़नी चाहिए। इस शख्स ने अपने दम पर बॉडी बिल्डिंग में कई मुकाम हासिल किए हैं। गुड़गांव में हाल ही में आयोजित प्रतियोगिता में सुभाष ने मिस्टर नार्थ इंडिया 2015-16 में गोल्ड मैडल हासिल किया है। सन 2002 से अब तक वह आठ से ज्यादा बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिताएं जीत चुके हैं। सुभाष होडल के बेढ़ा पट्टी गांव के रहने वाले हैं।
आपको जानकार हैरानी होगी कि सुभाष की उम्र इस समय 41 साल है। वह बीते 18 साल से बॉडी बिल्डिंग से कर रहे हैं। इन्होंने कितना संघर्ष किया है इसकी अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि सुभाष लंबे समय तक चाय बेचने का काम करते रहे। कम उम्र में ही पिता का साया सिर से उठने के बाद इन्होंने पूरे परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली और मेहनत मजदूरी कर आगे बढ़ते गए। रोजगार की तलाश में इन्हें दिल्ली आना पड़ा और यहीं उन्होंने चाय बेचने का काम किया।
सुभाष को देखकर कोई नहीं कह सकता कि उनकी उम्र 41 साल है। वह एक बॉडी बिल्डर के साथ साथ एक अच्छे पिता भी हैं। उनकी बेटी की उम्र 16 साल है। सुभाष 65 किलो की कैटेगरी में खेलते हैं। इन्होंने पहली बार वर्ष 2002 में प्रतियोगिता जीती। तमाम मुश्िकलों से घिरे एक शख्स के लिए इस जीत ने एक मशाल का काम किया और उसके बाद वह लगातार प्रतियोगिताएं जीतते गए।
इन्होंने वर्ष 2006 से लेकर 2008 तक लगातार मिस्टर दिल्ली का खिताब हासिल किया। अब उनकी नजर मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता पर है। यह प्रतियोगिता 24 जनवरी को हिमाचल में है। इसके लिए वह दिन में छह घंटे कड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं। सुभाष दिन में दो बार जिम जाते हैं और करीब तीन तीन घंटे ट्रेनिंग करते हैं। उन्होंने बताया कि इस समय वह तैयारी पर करीब 15 हजार रुपये प्रतिमाह खर्च कर रहे हैं। बेढ़ा पट्टी गांव के लोग अपने सपूत की कामयाबी पर बहुत खुश हैं।