बचते बचाते भी डेंगू हो जाता है। एक बार हो गया तो कुछ लोग आसानी से ठीक हो जाते हैं और कुछ अस्पताल में मोटा बिल चुका कर ही बाहर आ पाते हैं। कुछ अस्पताल डर दिखाकर लोगों को बिना जरूरत भर्ती कर लेते हैं और फिर प्लेटलेट्स के ग्राफ के साथ आपकी जेब खाली होती रहती है।
दो बातें आपके लिए जानना सबसे जरूरी है। पहली – प्लेटलेट्स चढ़ाने की नौबत इतनी जल्दी नहीं आती। दूसरी – डेंगू घर पर रहकर भी ठीक हो सकता है। जानकारी और समझदारी की बदौलत आप न सिर्फ मरीज को ठीक कर सकते हैं, बल्कि अस्प्ताल के भारी भरकम बिल से भी बच सकते हैं।
प्लेटलेट्स कब चढ़ाई जानी चाहिए
लोगों में जानकारी की कमी के चलते कुछ अस्प्ताल बिना जरूरत मरीजों को भर्ती कर लेते हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि अगर किसी को डेंगू हो गया है तो प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए उसे कब भर्ती करना चाहिए।
आमतौर पर एक शख्स में प्लेटलेट्स काउंट डेढ़ से चार लाख के बीच होता है। डेंगू हो जाने के बाद इनकी गिनती में भारी कमी आ हाती है। प्लेटलेट्स के चलते ही हमारे खून में क्लॉटिंग होती है। इसकी कमी के चलते शरीर के अंगों से खून का रिसाव होने का खतरा हो जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के मुताबिक, अगर किसी के प्लेटलेट्स काउंट 20,000 तक आ जाएं तो उसे प्लेटलेट्स चढ़ाना अनिवार्य हो जाता है। हालांकि इसमें मरीज की उम्र और उसका स्वास्थ्य भी देखा जाता है। आप यह मान सकते हैं कि एक जवान शख्स 30,000 तक झेल सकता है, हां इलाज शुरू हो जाना चाहिए
घबराएं मत, प्लेटलेट्स बहुत तेजी से बनते हैं
डेंगू के मरीज का इलाज घर पर भी हो सकता है। डॉक्टर की सलाह, दवा और अन्य उपाय करके आप उसे ठीक कर सकते हैं। उसके अस्पताल जाने की नौबत भी नहीं आएगी। प्लेटलेट्स की गितनी चंद घंटों में खूब बढ़ जाती है।
प्लेटलेट्स बढ़ाने का सबसे तेज तरीका
गिलोए की बेल हर जगह मिल जाती है। करीब छह इंच का टुकड़ा लें और उसके छोटे छोटे टुकड़े करके। डेढ़ गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाए। पानी ठंडा होने पर रोगी को पिलाएं। बहुत तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ने शुरू हो जाएंगे।
अन्य उपाय
- पपीते के पत्ते को अच्छे से धोने के बाद उसे बारीक काट लें। फिर सिल-बट्टे या पत्थर वाली ओखली में उसे थोड़ा पीसें। इसके बाद एक सूती कपड़े में बांध कर कसकर निचोड़ें। इससे पपीतों का रस निकल आएगा। रोगी को एक दो चम्मच हर घंटे देने की कोशिश करें। वैसे पपीते के पत्ते मिलना और उसका रस निकालना दोनों आसान काम नहीं हैं।
- मरीज को जितना हो सके नींबू का रस पिलाएं और संतरा व कीवी खाने को दें। इससे भी प्लेटलेट्स बढ़ते हैं।
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