नई दिल्ली। शराब, तंबाकू व गुटखे के विज्ञापनों और उनके पैकेटों पर भारी भरकम चेतावनी जारी की जाती है, क्योंकि ये सभी चीजें हेल्थ को नुकसान पहुंचाती हैं। लेकिन उस फास्ट फूड का क्या जो तमाम किस्म के रोगों के लिए जिम्मेदार है। कोल्ड ड्रिंक्स, पिज्जा, चाऊमीन और वैफर्स जैसी चीजें सबकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रही हैं। इसी सब को देखते हुए आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ने सलाह दी है कि जंक फूड के विज्ञापन के साथ उससे होने वाले नुकसान की चेतावनी भी दी जानी चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे सिगरेट और शराब के साथ दी जाती है। यह नहीं पैकेट्स पर भी हेल्थ से जुड़ी चेतावनी लिखी होनी चाहिए।
एम्स के डेंटल डिपार्टमेंट के हेड ओ पी खरबंदाने अभी हाल ही में आयोजित एक र्कायक्रम में कहा था कि कोल्ड ड्रिंक्स और वैफर्स का खूब प्रचार होता है। लोग, खासकर बच्चे टीवी वगैरा पर आने वाले एडवरटीजमेंट को देखकर अट्रेक्ट हो जाते हैं। विज्ञापन का कैंपेन इतना जबरदस्त होता है कि लोग इनसे होने वाले नुकसान को नजरअंदाज कर जाते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि लोगों को नुकसान के बारे में भी साथ के साथ जानकारी दी जाए।
अगर पैकेटों पर चेतावनी लिखी होगी तो हो सकता है मां-बाप उस चेतावनी को दिखाकर बच्चों को समझा लें। ऐसा होने से जिद कर रहे बच्चों को जंक फूड खाने से रोका जा सकता है।
- दिमाग में सूजन पैदा कर देता है
इस बीच अमेरिका की लुसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी के बाद कहा कि ज्यादा फैटी खाना खाने से आदमी का पेट तो बढ़ता ही है, उनका बिहेव भी बदलने लगता है। वैज्ञानिक कहते हैं कि ऐसा खाना कई बार दिमाग में सूजन भी पैदा कर देता है।
by bodylab.in team
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